National Desk: इस साल मानसून देशभर में समय से पहले पहुंच गया और साथ ही भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं ने देश के कई इलाकों को प्रभावित किया है। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून ने 29 जून तक पूरे भारत को कवर कर लिया, जो सामान्य से लगभग 9 दिन पहले है, और इससे कृषि एवं जनजीवन दोनों पर असर दिख रहा है।
उत्तर भारत में पानी ही पानी का सैलाब
- दिल्ली–NCR में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है और करीब 32–34 °C तक तापमान गिर चुका है। IMD ने 5 जुलाई तक येलो अलर्ट जारी किया है।
- उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों—जैसे हिमाचल, उत्तराखंड—में रेड/ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। landslide और flash-flood की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।
जानलेवा हालात
उत्तराखंड में इस जून महीने में अब तक 65 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 45 सड़क हादसों में, 20 भूस्खलन और flash flood में, और अब भी कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।
हिमाचल में भारी बारिश के चलते 129 सड़कें अवरुद्ध हुईं और अधिक क्षेत्रों में रेड अलर्ट जारी है।
IMD का अलर्ट और सुझाव
- देश के कई हिस्सों पर सक्रिय मौसम प्रणाली की वजह से भारी बारिश और तेज हवाओं (40–50 km/h) की संभावना है।
- राज्यों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है—विशेषकर flood-prone और landslide-prone क्षेत्रों में।
मैदान से पहाड़ तक जोखिम और तबाही
मैदानी क्षेत्रों में शहरों और गांवों में जलजमाव तथा ट्रैफिक जाम बढ़ने लगी है। पहाड़ी इलाकों में landslide और ऐसे इलाकों में यातायात प्रभावित हो रहा है जहाँ बारिश पहले नहीं होती थी। fatalities बढ़ती रही हैं।
सुरक्षा सुझाव:
- नदी किनारों और पहाड़ी रास्तों से दूर रहें।
- यातायात में देरी को सामान्य समझें और सावधानी पूर्वक यात्रा करें।
- आपात स्थिति में स्थानीय disaster management helpline संपर्क करें।
यह भी पढ़ें: CUET UG Result 2025 Link: स्कोरकार्ड ऐसे करें डाउनलोड @cuet.nta.nic.in
हमारे बारे में (About Timely India)
News.timelyIndia.com एक स्वतंत्र हिंदी न्यूज़ पोर्टल है जो मौसम, सरकार, और समाज से जुड़ी सत्य, तथ्य‑आधारित और ज़िम्मेदार पत्रकारिता में विश्वास करता है। हम संदेहपूर्ण और भ्रमित करने वाली खबरों से पूरी तरह बचते हैं।